गुजर जाति के लोग अपने पशुओं के लिए दोघरी बनाते हैं जो कि अक्सर मिटी और लकड़ी कि बनी होती है | शिकारी माता के थोडा निचे अगर आप बुढा केदार की तरफ जाते हैं तोह ये आपको मिल जाएंगे | लगभग 10 मिनट कि दुरी पर है ये | These Gujjar dadbas or their cattle sheds are maintained by Gujjar community of peoples who normal keep travelling with their animals (cattles).
Bookmark/Search this post with